पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड में गौर करने लायक बदलाव देखने को मिल रहा है - फिल्मों और स्क्रिप्ट्स में पुरुषों का वर्चस्व धीरे-धीरे कम हो रहा है और निर्देशन और प्रॉडक्शन में महिलाओं का दखल बढ़ रहा है.
हाल के वर्षों के दौरान अच्छी स्क्रिप्ट वाली सार्थक फिल्में बनाने के मकसद से अनेकों महिलाएं प्रॉडक्शन में आ रही हैं - भारतीय सिनेमा में कंटेंट की एक नई लहर देखने को मिल रही है. महिलाएं तटस्थ दृष्टिकोण से नरेटिव और कहानियों को पेश करने के तरीकों को बदल रही हैं.
कमर्शियल सिनेमा से लेकर समानांतर सिनेमा तक ये महिलाएं हर तरह की फिल्मों का निर्माण कर रही हैं. पेश हैं कुछ ऐसी महिलाएं, जो निर्माता के रूप में अपनी छाप छोड़ रही हैं.
1. दीपिका पादुकोण : दीपिका ने 2020 में अपने बैनर केए एंटरटेनमेंट के तहत रिलीज हुई फिल्म छपाक के साथ निर्माता के तौर पर डेब्यू किया. एक एसिड अटैक सर्वाइवर के वास्तविक जीवन पर आधारित इस फिल्म ने इंडस्ट्री के लोगों, दर्शकों और आलोचकों के बीच काफी हलचल पैदा की. निर्माता के तौर पर दीपिका का विजन ऐसी फिल्मों का निर्माण करना है, जिन्हें प्लेटफार्म की जरूरत है और उनको पेश करना जरूरी है. छपाक में उन्होंने मालती का मुख्य किरदार निभाया था, जो संभवतः बॉलीवुड में उनके करियर की सबसे कठिन भूमिकाओं में से एक थी.
3. अनुष्का शर्मा : अनुष्का शर्मा ने 2014 में अपने भाई के साथ मिलकर अपने प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स की सह-स्थापना की थी और तब से उन्हें कोई रोक नहीं सका है. अपने बैनर तले पहले ही तीन कमाल की फिल्मों (एनएच10, फिल्लौरी और परी) की रिलीज के साथ उन्होंने इंडस्ट्री को दिखा दिया है कि महिलाएं कैसे सशक्त कहानियों पर काम करें. क्लीन स्लेट फिल्म्स, जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि प्रोडक्शन अपनी हर फिल्म के साथ नई कहानियों को पेश करने के लिए नए कहानीकारों के साथ मिलकर काम करने की दिशा में काम करता है.